बूँद बनूँ झर जाऊँ बूँद बनूँ झर जाऊँ
बड़ी बनूँ कुछ मैं भी बड़ी बनूँ कुछ मैं भी
मैं अपनी ही कविता में छुपकर खुद अपनी ही अंदाज बनूँ मैं अपनी ही कविता में छुपकर खुद अपनी ही अंदाज बनूँ